
पापा
आज आपको गए हुए तीन महीने हो गए, हर दिन लगता है, कहीं उस गली की मोड़ से आप टहलते हुए आ जाओगे, सायकिल से उतरोगे और कंधे उचकाओगे और कहोगे लोटा बाल्टी ले आओ छंगड़ी नहा लें ।
कहीं बरोठे से निकलोगे और कहोगे कि कोई फ़ोन आया क्या मुंबई से ।
अपना पुराना स्कूटर निकलोगे और कहोगे, मम्मी से पूछो सब्जी क्या क्या लानी है 😢
पापा मैं सच बता रहा हूँ ,मैं परेशान बिल्कुल नही हूँ ,जैसा आपने सिखाया था कि परिस्थितियों के आगे कभी झुकना मत उनका डट के सामना करना ,लेकिन अच्छा नही लगता पापा आपके बिना।
अब कोई मुझसे ये नही कहता जल्दी उठो ,जल्दी सो जाया करो, फ़ोन कम चलाओ, बाल हल्के रखो .
दौड़ भाग करो, कसरत करो फ़िट रहो।
आपकी डायरी पढ़ी पापा, उसमे आपने लिखा, जैसे जैसे ट्रेन शहर से दूर निकलती जाती थी, आप चुपके चुपके रोते थे, आपने कभी नही दिखाया सामने से ।
सुनो न पापा ,कुछ सेटिंग करके एक उधर से वीडियो कॉल करवा लो न, प्लीज़ पापा ,प्लीज़ .
मुझे कभी कभी बहुत ग़ुस्सा आता है पापा, कि मैं आपको मुंबई क्यों पहले नही ले गया ,आप हमेशा मज़ाक मज़ाक में बोलते थे ,समंदर कब दिखाओगे और मैं हमेशा ये कह देता, पापा बस जल्दी अपना घर ले लूँ भले ही छोटा सा ,लेकिन उसकी बालकनी से समंदर दिखता हो और आपके हाथ में, मेरे हाथों से बनाई हुई अदरक वाली स्ट्रांग चाय का बड़ा वाला गिलास आपके हाथों में हो.
न वो बालकनी आ पाई और न आप ,कहानी अधूरी रह गई।
पापा सुनो न यार एक बार दूर से ही टहलते हुए आ जाओ न
कुछ कहना है आपसे ,कुछ दिल की बातें करनी है आपसे ,कसके गले लगना है ,आपको चूमना है जी भर के।
मुझे नही चाहिए कुछ ,बस आप सामने से आ जाओ ,दिख जाओ 2 मिनट के लिए ही सही ।
भगवान से बोलो न कुछ बातें रह गईं ,बच्चा परेशान है ,कुछ बोलना है उसको ,फिर चाहें तुरंत चले जाना ।आप तो इतने प्यारे हो, आपकी बात नही सुनेंगे क्या भगवान, बोलो न यार पापा, मैं बात नहीं करूंगा आपसे जाओ ,इतना भी नही कर सकते ।
पता है पापा
आपकी सायकिल मैंने छेदा मिस्त्री से रिपेयर करा दी ,बढ़िया उसमे नई गद्दी भी डला दी है ,ब्रेक भी सही करा दिए हैं ।
मैं गया था एक दिन उसको लेके खेत की तरफ़ ,लेकिन मेरे पैर लड़खड़ाने लगे पापा, मैं उसका सन्तुलन संभाल नही पा रहा था, आप लंबे हो न मुझसे तो सीट ऊँची करा दी थी इसलिए ।
अब तो मैं उठ जाता हूँ ,सुबह पापा, सीधा बरोठे में जाता हूँ
आप दिखते क्यों नहीं, क्यों नही दिखते बोलो न
यार 5 सेकंड के लिए, बस सामने से निकल जाओ
अच्छा कुछ नहीं कहूंगा बस सामने से निकल जाओ पापा ।
समय छीन ले गया आपको मुझसे, मुझे पता है ,हम आजकल आजकल करते रहे और इनको सब पता था ।प्लान बनाते रहे और ये भाई साहब आये बस, चलो ।
अरे ऐसे थोड़े ही होता है
बोल देना उनको भी जहां हो आप
मुझे जमा नहीं उनका ये डिसीज़न ..
यार बोलो न कुछ बोलते क्यों नहीं
बस तस्वीर के अंदर ऐसे ही मुस्कुराते रहोगे
या कुछ बोलोगे भी ।
जाओ यार आप बदल गए 😢😢😢😢😢😢
अच्छा सुनो सॉरी पापा ,कुछ आपको बुरा लगा हो
तो सॉरी ।
ये देखो आपको कसके गले से लगाया ,और ये गाल पे चुम्मी ली और आप हमेशा की तरह शर्मा से गए haha .
ठीक है, नही बोलना है मत बोलो
अपना ध्यान रखना
मैं भी रखूंगा
बिल्कुल परेशान नही होऊंगा
और सपनों की टोकरी जो दे गए हो उसको सहेज के रखूंगा
आगे भी बढ़ाऊंगा।
सबसे प्यार से बोलूंगा, बड़ों का सम्मान करूँगा और असफ़लता में भी सफ़लता की सीढ़ी तलाशूंगा।
यही लिखा न आपने मेरी डायरी में।
हाँ पढ़ा मैंने, अपने सब दोस्तों को दिखाया ,सबने यही कहा वाह यार तुम्हारे पापा ने जीवन का सार लिख दिया 😢
सुनो न एक बार बात करके देखना प्लीज़ पापा
वो जो बोला था मैंने
अच्छा ठीक ज़्यादा नहीं परेशान करूँगा
लव यु , टेक केयर, मिस यु
Ummmmmmaaaaahhhh
सुनो पापा
रियली दिल से मिस यु😢💐
आपका छुटकू
आलोक✍️
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